पंचकुला — अंतर्राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल महासंघ ने केसी क्रॉस, पंचकूला में एक सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें भारत के औषधि नियंत्रक महापरीक्षक (डीसीजीआई) द्वारा किए गए नए सुधारों और उनके दवा उद्योग पर असर पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री संजय सिन्हा (अध्यक्ष, महासंघ) ने की। इस अवसर पर श्री गुलशन रावत (अध्यक्ष), श्री नीरज गिरी (महासचिव) और श्री एम. के. भाटिया (वरिष्ठ उपाध्यक्ष) भी मौजूद रहे। आयोजन में श्री मनोज निगम, श्री विवेक नासा और श्री सुरेंद्र राठी की अहम भूमिका रही।

सेमिनार का मुख्य आकर्षण डॉ. राजेश गुप्ता, राज्य अध्यक्ष, हिमाचल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (बद्दी) का संबोधन रहा। उन्होंने ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, सीडीएससीओ, और एनपीपीए जैसे नियमों के बारे में विस्तार से बताया।

श्री अंकुर बंसल (फार्मा सलाहकार, पूर्व सीडीएससीओ अधिकारी) ने राज्य स्तर पर लागू नियमों और नियंत्रण प्रणाली पर बात की और कहा कि उद्योग में नियमों का पालन और जागरूकता बहुत जरूरी है।