मुजफ्फरनगर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गौसेवा से तो सभी परिचित हैं। परंतु वहीं सीएम योगी की मुजफ्फरनगर नगर पालिका विकास कार्यों व सफ़ाई व्यवस्था में तो लगातार पिछड़ती दिख ही रही है तो वहीं अब तो सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं की तरफ़ भी कोई ध्यान नहीं है।
नगर पालिका हुई फेल- गाय के बेसहारा बछड़े लावारिस अवस्था में पड़े हैं जिसकी तरफ़ नगर पालिका टीम का कोई ध्यान नहीं। ये ताजा फ़ोटो दो गाय के बछड़ों के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों के हैं। एक रामलीला टिल्ला का तो दूसरा एमजी पब्लिक स्कूल के सामने का है। गौसेवक सक्रिय ना हों तो क्या होगा गाय और गौवंशों का ये सवाल बड़ा बना हुआ है।
नगर पालिका ना तो बेसहारा पशुओं को आसरा दिला रही हैं और ना ही उसके पास इस विषय पर सोचने का समय ही है। गौसेवकों भी आख़िर सहायता की आवश्यकता तो पड़ती है। लेकिन नगर पालिका के नुमाइंदे गौसेवकों के फोन उठाना तक पसंद नहीं करते है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गौसेवा देखकर भी उन्हीं की पार्टी से बनी नगर पालिका चेयरपर्सन भी इस तरफ़ ध्यान देने में विफ़ल हो रही हैं। जनपद प्रशासन भी इस ओर अपनी भूमिका निभा सकता है। कम से कम हिन्दू धर्म में गाय को माता कहा गया है, कोटि-कोटि देवताओं का वास गाय में बताया गया है। तमाम कार्यक्रमों में गाय की पूजा भी की जाती है फ़िर हमारे मुजफ्फरनगर में इस गाय की इतनी बेक़दरी क्यों?