एम के भाटिया, शैली तनेजा, दिनेश सरदाना सहित कई सेलेब्रिटीज़ डांस जागरूकता अभियान में जुटे
चंडीगढ़- कुछ समय पहले तक भले ही युवाओं को वेस्टर्न डांस पसंद रहा हो, लेकिन अब फिर से क्लासिकल डांस पहली पसंद बन रहा है। ज्यादातर युवा और बच्चे क्लासिकल डांस सीखने आते हैं। यह कहना है डांस क्लासेज में डांस का प्रशिक्षण देने वाली कोरियोग्राफर तनी सरदाना का ।

तनी का कहना है कि शहर के युवाओं और बच्चों में डांस सीखने का जुनून है। शाम होते ही डास क्लासेस बच्चे पहुंचकर नृत्य कला प्रशिक्षण ले रहे हैं। अधिकाश बच्चे तो क्लासिकल सीखने में लगे हैं। सेमी क्लासिकल जैसी विधा की ओर भी बच्चों और युवाओं का रुझान है। मन की भावनाओं को डास के द्वारा व्यक्त किया जाता है वैसे तो डांस सभी को बहुत अच्छा लगता है, लेकिन यह एक ऐसी कला है जो देखने में सरल लगती है लेकिन असल में बहुत कठिन होती है। जिसमें अपने मनोभावों को अभिव्यक्त किया जाता है।
डांस मतलब केवल हाथ-पांव चलाना या हाथ-पांव इधर-उधर घुमाना ही नहीं है, बल्कि सही तरीके से, सही सलीके से, सही मनोभावों के साथ उसे अभिव्यक्त करना ही डास का असली उद्देश्य होता है, कहा दी ग्लोरिफाई डांस एकेडमी जीरकपुर की तनी सरदाना ने ।
तनी ने बताया कि
गरबा कत्थक भरतनाट्यम कथकली ओडिसी युवाओं में है क्रेज नृत्य में रुचि रखने वाले युवा क्लासिकल डांस के दीवाने हैं। ऐसे में कई युवा कपल इंडियन क्लासिकल डांस सीखने आते हैं। इस विधा के तहत भारतीय फिल्मों पर आधारित डांस होता है। बहुत से युवा सेमी क्लासिकल भी सीख रहे हैं, इसमें क्लासिकल के साथ बॉलीवुड के स्टेप्स सिखाए जाते हैं।
क्लासिकल डांस की क्लास में 4 साल के बच्चों से लेकर 30 वर्ष तक की महिलाएं देखी जा सकती हैं। हालांकि अगर आप इसमें कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपकी उम्र 10 साल या इससे ज्यादा होना चाहिए।
इस मौके पर प्रसिद्ध उद्योगपति व समाज सेवी एम के भटिया व एक्टर मॉडल शैली तनेजा सहित दिनेश सरदाना व कई सेलेब्रिटीज़ उपस्थित रहे।