मुज़फ्फरनगर- पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान की यूपी पुलिस द्वारा सुरक्षा हटाये जाने की चर्चाओं का बीच नया मोड़ सामने आ गया है। यलो बुक के आधार पर संजीव बालियान को Y कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई जो केंद्र के गृह मंत्रालय द्वारा दी गयी है।
ज्ञात रहे पिछले दिनों पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था जिसमे उन्होंने भ्रष्टाचार के विरोध में उनकी सुरक्षा हटाये जाने की बात कही थी साथ ही उन्होंने कहा था अगर उनपर हमला होता है तो उसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी।
इसी बीच यह बात सामने आ रही है कि डॉ संजीव बालियान को केंद्र सरकार की तरफ से अब भी Y कैटेगिरी की सुरक्षा मिली हुई है। यलो बुक के आधार पर यह सुरक्षा गृह मंत्रालय द्वारा दी गयी है। जिसमें दिल्ली पुलिस के जवान संजीव बालियान की सुरक्षा में तैनात हैं।

सुरक्षा बहाल होने के बाद ये मामला फिर चर्चा में है। वाई कैटेगिरी सुरक्षा का आदेश न केवल संजीव बालियान की व्यक्तिगत सुरक्षा को सुनिश्चित करता है, बल्कि इसे सरकार की ओर से उनकी राजनीतिक और सामाजिक भूमिका की गंभीरता के तौर पर भी देखा जा रहा है।
- आतंकी हमले का विरोध, नगर की पंजाबी कॉलोनी में बच्चों ने लगाए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे, कैंडल मार्च निकाला
- डीएवी पीजी कॉलेज नरा में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन
- मेरठ की आयशा ने 93.67% अंको के साथ जनपद में पांचवा स्थान प्राप्त कर स्कूल का नाम किया रोशन
- नवनियुक्त भाजपा मंडल अध्यक्ष नई मंडी को बधाईयों का तांता
- भाजपा नेताओं ने एकत्रित होकर सुनी पीएम मोदी की मन कि बात
- युवा सम्मेलन में राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बनाने का माध्यम बताया “एक राष्ट्र – एक चुनाव”
पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा, यूपी के सुरक्षा विभाग के आदेश के बाद मिली सुरक्षा, मंसूरपुर विवाद के बाद हटाई गई थी संजीव बालियान की सुरक्षा। आपको बता दें कि संजीव बालियान की सुरक्षा मंसूरपुर डिस्टलरी और खानूपुर गांव के बीच मंदिर की भूमि को लेकर चल रहे विवाद में हस्तक्षेप के बाद हटा दी गई थी। इस विवाद ने उस समय तूल पकड़ा था, जब संजीव बालियान गांव वालों के पक्ष में मंसूरपुर थाने पहुंचे थे और समर्थकों के साथ मिलकर जमकर हंगामा करते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। दावा किया गया था कि थाने से लौटने के ठीक बाद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी।