मुजफ्फरनगर, जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी रोगियों की खोज करने का अभियान जोरों से चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें टीबी मरीजों को खोजने और उनका पर्याप्त इलाज करने के लिए प्रयासरत हैं। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम शहर के डॉक्टरों व मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण कर रहे हैं, उनसे मरीजों की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। टीबी के मरीजों का इलाज़ मुफ्त किया जा रहा है।
डॉ शिशिर के मेडिकल स्टोर का चित्र |
इस अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अक्टूबर माह में अभियान चलाया गया है जिसके लिए 18 टीमें जनपद में युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। जो जनपद के समस्त निजी चिकित्सकों, दवा विक्रेताओं और प्राइवेट लैब से टीबी के मरीजों की जानकारी प्राप्त कर रही है, जिससे उनका उपचार मुफ़्त किया जा सके और उनसे समय-समय पर बातचीत की जा सके।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ लोकेश चंद्र गुप्ता द्वारा बताया गया कि जनपद को टीबी मुक्त करना हमारी प्राथमिकता है। जिसके लिए सदैव प्रयास जारी रहेंगे।
उन्होंने कहा, अभियान के अंतर्गत जनपद के सभी रजिस्टर्ड प्राइवेट चिकित्सक द्वारा यदि किसी टीबी के मरीज का उपचार शुरू किया जाता है तो इसकी जानकारी प्रति माह टीबी विभाग को देनी होगी, जिससे आने वाले समय में उस मरीज़ को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधायें दी जा सके और जनपद के दवा विक्रेता या प्राइवेट लैब्स को किसी टीबी के मरीज की जानकारी प्राप्त होती है तो उन्हें भी प्रति माह मरीज़ों की जानकारी टीबी विभाग को देनी होगी। सरकार की ओर से टीबी के हर मरीज को इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत प्रतिमाह 500 रुपये दिये जाते हैं। यह धनराशि इलाज चलने तक उनके बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है।