मेरठ, दिल्ली के बेहद नज़दीक पड़ने वाले मेरठ शहर की वायु अत्यंत दूषित हो चली है, एक तरफ़ रेपिड ट्रेन का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके कारण हवा में धूल का उड़ना जारी है। अक्टूबर माह में ही वायु प्रदूषण बेहद खराब स्तिथि में पहुंच गया है। शुक्रवार को शहर का एक्यूआई 236 पहुंच गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, संबंधित विभागों की 22 अक्तूबर को कमिश्नर की अध्यक्षता में बैठक होगी। एनसीआरटीसी का दावा है कि स्मॉग गन तैयार कर ली है, लेकिन शहर में चल रहे प्रोजेक्ट के किनारे सड़क संकरी होने के कारण धूल उड़ रही है। इससे लोग परेशान हैं।
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पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण की ओर से 15 अक्तूबर को ग्रैप लागू कर दिया जाता है। इसके तहत यह ध्यान दिया जाता है कि सड़क पर धूल न उड़े, निर्माण सामग्री पर पानी का लगातार छिड़काव हो, कूड़ा जलाने पर रोक रहे, कोल्हू से निकलने वाले धुएं पर रोक रहे आदि।
इसके बावजूद भी शुक्रवार को शहर में सैकड़ों स्थानों पर रखी गई निर्माण सामग्री पर न तो पानी छिड़काव किया गया और न ही उन्हें ढंका गया। जगह-जगह दिनभर धूल उड़ती रही, उड़ती धूल स्वास्थ्य के लिए समस्याएँ पैदा कर रही है। इसका समाधान कब होगा, इसका इंतजार है।